हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और पर्यावरण मंत्री राव नरबीर सिंह 7 और 8 जून को गुजरात के जामनगर स्थित Vantara का दौरा करेंगे। यह विजिट हरियाणा में इको-टूरिज्म को बढ़ावा देने और जंगल सफारी प्रोजेक्ट की दिशा तय करने के लिए अहम मानी जा रही है।
हरियाणा में इको-टूरिज्म को मिलेगा नया आयाम

हरियाणा वन विभाग अरावली क्षेत्र में जंगल सफारी और ग्रीन वॉल परियोजना के जरिए वन्यजीव संरक्षण और पर्यटन विकास की रूपरेखा तैयार कर रहा है। मुख्यमंत्री सैनी और मंत्री राव नरबीर का यह दौरा इस नई पहल को और मजबूत करेगा। मंत्री राव ने बताया कि पहले यह जंगल सफारी योजना पर्यटन विभाग के अंतर्गत थी, लेकिन अब मुख्यमंत्री ने इसे वन एवं वन्यजीव विभाग को सौंप दिया है, ताकि यह संरक्षण और पर्यटन दोनों के लिए और अधिक प्रभावशाली बन सके।
Vantara मॉडल से सीखेगा हरियाणा
Vantara, जो कि भारत का प्रमुख वन्यजीव संरक्षण प्रोजेक्ट है, एक आदर्श मॉडल के रूप में उभरा है। हरियाणा सरकार इसी मॉडल को अपनाकर अरावली क्षेत्र में जंगल सफारी और ग्रीन वॉल परियोजना को सफल बनाना चाहती है। इसके तहत हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और दिल्ली के 1.15 मिलियन हेक्टेयर भूमि क्षेत्र को पुनर्जीवित करने की योजना है। यह परियोजना न केवल पर्यावरण संरक्षण का उदाहरण बनेगी बल्कि क्षेत्रीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी लाएगी।
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रोजगार और वन्यजीव संरक्षण को मिलेगा बल
राज्य में “वन मित्रों” की नियुक्ति शुरू कर दी गई है, जो स्थानीय समुदायों को वनों से जोड़ने और पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय भागीदारी निभा रहे हैं। जंगल सफारी के विकास से जहां इको-टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा, वहीं Vantara परियोजना की तर्ज पर वन्यजीवों के संरक्षण प्रयासों को भी मजबूती मिलेगी।
यह दौरा हरियाणा की पर्यावरणीय परियोजनाओं को नई दिशा देगा और राज्य को पर्यटन और संरक्षण के क्षेत्र में आगे ले जाएगा।
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निष्कर्ष
हरियाणा सरकार का Vantara का दौरा न सिर्फ राज्य में इको-टूरिज्म को नई दिशा देगा, बल्कि जंगल सफारी और ग्रीन वॉल प्रोजेक्ट्स के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण को भी मजबूती मिलेगी। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और मंत्री राव नरबीर सिंह का यह प्रयास अरावली क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ाने, स्थानीय समुदायों को वन संरक्षण से जोड़ने और पर्यटन को विकसित करने में मील का पत्थर साबित होगा। Vantara मॉडल से प्रेरित हरियाणा का यह कदम राज्य को हरित और समृद्ध भविष्य की ओर ले जाएगा।
FAQ
Vantara क्या है?
Vantara भारत में वन्यजीव संरक्षण और पुनर्वास के लिए विकसित एक प्रमुख परियोजना है, जिसका उद्देश्य लुप्तप्राय प्रजातियों की रक्षा और इको-टूरिज्म को बढ़ावा देना है।
हरियाणा में जंगल सफारी प्रोजेक्ट कब शुरू होगा?
हरियाणा सरकार ने अरावली क्षेत्र में जंगल सफारी प्रोजेक्ट की योजना बनाई है, जिसका खाका जल्द ही Vantara परियोजना के दौरे के बाद तैयार किया जाएगा।
अरावली ग्रीन वॉल प्रोजेक्ट का मकसद क्या है?
अरावली ग्रीन वॉल परियोजना का उद्देश्य 1.15 मिलियन हेक्टेयर भूमि में हरियाली बढ़ाकर पर्यावरण संरक्षण और वन्यजीवों के लिए सुरक्षित वातावरण तैयार करना है।
अरावली ग्रीन वॉल प्रोजेक्ट से स्थानीय लोगों को क्या लाभ मिलेगा?
Vantara मॉडल के तहत हरियाणा में स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे, जैसे कि वन मित्रों की नियुक्ति और इको-टूरिज्म से जुड़ी गतिविधियों में भागीदारी।
क्या जंगल सफारी से पर्यावरण को नुकसान पहुंचेगा?
नहीं, जंगल सफारी परियोजना को इस तरह डिजाइन किया जा रहा है कि इससे पर्यावरण को संरक्षण मिलेगा और वन्यजीवों के प्राकृतिक आवास को सुरक्षित रखा जाएगा।