International Day for Biodiversity 2025 एक ऐसा महत्वपूर्ण अवसर है जो हमें यह याद दिलाता है कि पृथ्वी पर जीवन के हर रूप — चाहे वह पौधा हो, जानवर हो या सूक्ष्म जीव — सबका हमारे अस्तित्व से गहरा नाता है। यह दिवस न केवल पर्यावरण की विविधता को पहचानने का मौका देता है, बल्कि इसके संरक्षण की दिशा में सार्थक प्रयास करने की प्रेरणा भी देता है।

International Day for Biodiversity 2025 क्यों महत्वपूर्ण है?
हर साल 22 मई को मनाया जाने वाला अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित एक वैश्विक अभियान है, जो जैव विविधता के संरक्षण, पुनर्स्थापन और उसके सतत उपयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया जाता है। 2025 में इस दिन की अहमियत और भी बढ़ जाती है क्योंकि जलवायु परिवर्तन, वनों की कटाई और जैव प्रजातियों के विलुप्त होने की गति चिंताजनक हो गई है।
इस वर्ष का विषय (Theme) “Be Part of the Plan” रखा गया है, जो सभी को जैव विविधता संरक्षण की योजना का सक्रिय हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित करता है — चाहे वे सरकारें हों, निजी संस्थान, किसान, युवा या आम नागरिक।
जैव विविधता क्या है और यह क्यों जरूरी है?
जैव विविधता का तात्पर्य पृथ्वी पर मौजूद विभिन्न प्रकार के जीवों की विविधता से है — जिनमें वनस्पति, जीव-जंतु, सूक्ष्म जीव, और पारिस्थितिक तंत्र (Ecosystems) शामिल हैं। यह विविधता न केवल पारिस्थितिकी तंत्र को स्थिर बनाए रखती है, बल्कि हमारे भोजन, पानी, औषधि और जलवायु नियंत्रण जैसे कई जीवनोपयोगी संसाधनों को भी सुनिश्चित करती है।
मुख्य कारण जिनसे जैव विविधता घट रही है:
- वनों की अंधाधुंध कटाई
- प्रदूषण और औद्योगिक गतिविधियाँ
- शहरीकरण और कृषि विस्तार
- जलवायु परिवर्तन
- प्लास्टिक और रासायनिक अपशिष्ट
अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस 2025 से जुड़ी मुख्य जानकारियाँ
विवरण | जानकारी |
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उद्देश्य | जैव विविधता के महत्व को समझाना और उसके संरक्षण को बढ़ावा देना |
तारीख | 22 मई 2025 |
घोषणा वर्ष | 2000 (संयुक्त राष्ट्र द्वारा) |
2025 का विषय (Theme) | Be Part of the Plan |
प्रमुख आयोजक | संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP), CBD Secretariat |
महत्वपूर्ण पहल | COP 15 बायोडाइवर्सिटी फ्रेमवर्क, राष्ट्रीय जैव विविधता रणनीतियाँ |
भारत में भूमिका | जैव विविधता अधिनियम 2002, राष्ट्रीय जैव विविधता प्राधिकरण (NBA), राज्य बोर्ड |
International Day for Biodiversity 2025: भारत की भूमिका और पहल
भारत जैव विविधता के मामले में दुनिया के सबसे समृद्ध देशों में गिना जाता है। यहां लगभग 8% वैश्विक जैव विविधता पाई जाती है। भारत सरकार और राज्य सरकारें कई स्तरों पर जैव विविधता संरक्षण के लिए सक्रिय हैं:
- राष्ट्रीय जैव विविधता अधिनियम 2002
- राष्ट्रीय जैव विविधता प्राधिकरण (NBA) का गठन
- राज्य जैव विविधता बोर्डों की स्थापना
- जैव विविधता रजिस्टर तैयार करना
- स्थानीय समुदायों की भागीदारी को प्रोत्साहित करना
साथ ही, स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम, वृक्षारोपण अभियान, और जैव विविधता पार्कों का विकास भी इस दिशा में उठाए गए ठोस कदम हैं।
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जैव विविधता संरक्षण में आप क्या कर सकते हैं?
अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस 2025 का वास्तविक उद्देश्य तभी पूरा होगा जब प्रत्येक नागरिक इसमें सक्रिय रूप से भाग ले। आप निम्नलिखित कार्यों के माध्यम से इस प्रयास का हिस्सा बन सकते हैं:
- स्थानीय पौधों और जीवों की जानकारी प्राप्त करें
- जैविक खेती और स्थानीय उत्पादों को अपनाएं
- पानी और बिजली की बर्बादी रोकें
- प्लास्टिक का उपयोग कम करें
- वृक्षारोपण करें और दूसरों को प्रेरित करें
- जैव विविधता दिवस पर स्थानीय कार्यक्रमों में भाग लें
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निष्कर्ष
International Day for Biodiversity 2025 केवल एक तिथि नहीं, बल्कि एक चेतावनी है — कि यदि हम आज नहीं जागे, तो आने वाले कल में हमें जीवित प्रजातियों का केवल नाम और चित्र ही देखने को मिलेगा। जैव विविधता के संरक्षण में हर व्यक्ति की भूमिका महत्वपूर्ण है।
इस वर्ष का संदेश स्पष्ट है: “Be Part of the Plan” — यानी प्रकृति के साथ एकजुट होकर उसकी विविधता को बचाना और भावी पीढ़ियों के लिए एक समृद्ध ग्रह छोड़ जाना।