Naib Singh Saini, Manohar Lal visited Vantara: वन्यजीव संरक्षण का अद्भुत अनुभव

📝 Last updated on: July 9, 2025 3:05 pm
Naib Singh Saini, Manohar Lal visited Vantara

Naib Singh Saini, Manohar Lal visited Vantara: यह यात्रा न केवल एक दौरा थी, बल्कि वन्यजीवों की सेवा, पर्यावरण संरक्षण और हरियाणा में भावी सफारी प्रोजेक्ट के लिए प्रेरणा का स्त्रोत भी बनी। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने 5 जुलाई 2025 को गुजरात के जामनगर स्थित विश्वस्तरीय वन्यजीव बचाव केंद्र वंतारा का दौरा किया। यह यात्रा भारत में वन्यजीव और पारिस्थितिकी संरक्षण के लिए एक नई दिशा का संकेत देती है।

नायब सिंह सैनी बोले – वंतारा आना अद्भुत अनुभव रहा

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने वंतारा की सराहना करते हुए कहा कि यह केंद्र केवल घायल पशुओं की देखभाल का स्थान नहीं है, बल्कि यह पर्यावरण और जैव-विविधता की रक्षा का भी एक आदर्श मॉडल है।

“यहां आना एक अद्भुत अनुभव रहा। वंतारा न केवल भारत, बल्कि दुनियाभर से संकटग्रस्त और घायल जानवरों को बचाकर उनका इलाज करता है। यहां लुप्तप्राय प्रजातियों को भी संरक्षित किया जाता है, जो सराहना के योग्य है,” – सीएम सैनी।

मुख्यमंत्री ने इस अनूठी पहल के लिए अनंत अंबानी और उनकी पूरी टीम को धन्यवाद दिया और कहा कि ऐसे प्रयास देश के लिए गर्व की बात हैं।

Naib Singh Saini, Manohar Lal visited Vantara

हरियाणा में भी जंगल सफारी बनाने की योजना

इस यात्रा के दौरान सीएम सैनी ने खुलासा किया कि हरियाणा सरकार भी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के पास एक जंगल सफारी केंद्र स्थापित करने की योजना पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि लाखों लोगों को प्रकृति और वन्यजीवों के बीच समय बिताने का मौका देना चाहिए।

“हम हरियाणा में दिल्ली के पास एक सफारी पार्क की योजना बना रहे हैं। वंतारा जैसी पहल से हमें बहुत प्रेरणा मिली है,” – उन्होंने कहा।

Naib Singh Saini, Manohar Lal visited Vantara

वंतारा: पर्यावरण की ओर एक हराभरा कदम

Naib Singh Saini, Manohar Lal visited Vantara के दौरान यह भी बताया गया कि वंतारा परियोजना के अंतर्गत लाखों पेड़ लगाए गए हैं, जिससे स्थानीय तापमान में लगभग चार डिग्री की गिरावट आई है और वर्षा में भी वृद्धि दर्ज की गई है।

“जब यह परियोजना शुरू हुई थी, तब यहां हरियाली नाममात्र की थी। आज यह क्षेत्र पेड़ों और हरियाली से भर गया है। यह एक जीवंत उदाहरण है कि समर्पित प्रयासों से पर्यावरण में कैसे सुधार लाया जा सकता है,” – सीएम सैनी ने कहा।

Naib Singh Saini, Manohar Lal visited Vantara

केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने भी की सराहना

मनोहर लाल, जो हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री हैं, उन्होंने भी वंतारा के प्रयासों की दिल से सराहना की। उन्होंने कहा कि अंबानी परिवार की यह पहल न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा है।

“हम यहां यह देखने आए हैं कि किस तरह की व्यवस्थाएं वंतारा में की गई हैं, ताकि हम गुरुग्राम में बनने वाली सफारी में उन्हीं बेहतरीन कार्यप्रणालियों को अपना सकें,” – मनोहर लाल।

उन्होंने यह भी कहा कि वंतारा में बनाए गए जानवरों के अस्पताल, पुनर्वास केंद्र और सहायता सुविधाएं अंतरराष्ट्रीय स्तर की हैं।

संरक्षण और करुणा का संगम

जब Naib Singh Saini, Manohar Lal visited Vantara, तब उन्हें वहां की विभिन्न संरक्षित प्रजातियों के बारे में बताया गया। दोनों नेताओं ने कई जानवरों को देखा, जिनमें से कई घायल या संकटग्रस्त अवस्था से निकाले गए थे। उन्हें बताया गया कि किस प्रकार वंतारा इन जानवरों का इलाज, पोषण और संरक्षण करता है।

“यहां देश-विदेश की प्रजातियों के लिए जो सेवाएं दी जा रही हैं, वे प्रशंसनीय हैं। इस तरह का कार्य केवल जुनून और सेवा-भाव से ही किया जा सकता है। मैं अनंत अंबानी को उनके इस समर्पण के लिए बधाई देता हूं,” – मनोहर लाल।

यह भी पढ़े: Haryana CM’s Visit to Vantara: A Remarkable Experience of Wildlife and Environmental Conservation

एक ग्लोबल मॉडल

वंतारा आज न केवल भारत, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी एक आदर्श बन चुका है। इसकी विश्वस्तरीय सुविधाएं, प्राकृतिक आवास, और प्रौद्योगिकी-सहायता से सुसज्जित व्यवस्थाएं इसे अलग बनाती हैं।

दोनों नेताओं ने माना कि भारत में यदि वन्यजीव संरक्षण को लेकर बड़े बदलाव लाने हैं, तो वंतारा जैसे मॉडलों की आवश्यकता है।

यह भी पढ़े: वंतारा जामनगर का मालिक कौन है? (Owner of Vantara in Jamnagar)

निष्कर्ष

Naib Singh Saini, Manohar Lal visited Vantara और उनकी यह यात्रा न केवल पर्यावरण संरक्षण और वन्यजीव सेवा के लिए प्रेरणास्रोत बनी, बल्कि हरियाणा जैसे राज्य में भविष्य में बनने वाले जंगल सफारी की नींव भी तैयार की। वंतारा जैसे केंद्र यह साबित करते हैं कि जब समर्पण, तकनीक और करुणा एक साथ आते हैं, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता।