Vantara Animal Rescue Center: उदयपुर की बुजुर्ग हाथी ‘रामू’, जो अब 75 वर्ष की हो गया है, इन दिनों गंभीर बीमारी से संघर्ष कर रही है। रामू को पैरों में क्रोनिक फुट रोट संक्रमण हो गया है, जिसके कारण वह पिछले दस दिनों से उठने में असमर्थ है। उसकी बिगड़ती स्थिति को देखते हुए गुजरात के जामनगर स्थित Vantara Animal Rescue Center और मथुरा के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम उसके इलाज में जुटी हुई है।
क्रेन से कराई जा रही करवट, लगातार उपचार जारी
उदयपुर के रेती स्टैंड के पास स्थित आवरी माता मंदिर परिसर में रहने वाली रामू की हालत नाजुक बनी हुई है। पांच हजार किलो वजनी इस हथिनी को अब हर 36 घंटे में हाइड्रा क्रेन की सहायता से करवट दिलाई जाती है ताकि शरीर में रक्त संचार बना रहे।
Vantara Animal Rescue Center की टीम ने स्थानीय पशुपालन विभाग के साथ मिलकर आधुनिक तकनीकों जैसे कि एक्स-रे, लेजर थेरेपी और ड्रेसिंग की प्रक्रिया शुरू कर दी है। हथिनी को प्रतिदिन 40 से 60 लीटर ड्रिप दी जा रही है और पोर्टेबल 80 एमए मशीन से एक्स-रे किया जा रहा है।
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बीमारी के लक्षण और विशेषज्ञों की राय
डॉक्टरों के अनुसार रामू के पैरों में सूजन और गहरे घाव हैं। दो नाखून पूरी तरह टूट चुके हैं और तलवे भी क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इलाज लंबा चलेगा, लेकिन फिलहाल स्थिति स्थिर है। हथिनी को टेंट में विशेष कुशनिंग बैग्स पर लिटाया गया है और समय-समय पर क्रेन से करवट दिलाई जा रही है ताकि ब्लड सर्कुलेशन में बाधा न आए।
खान-पान और विशेष देखभाल
रामू की डाइट पर भी खास ध्यान दिया जा रहा है। उसे केला, खरबूजा, तरबूज, गन्ना, पपीता और हरा चारा दिया जा रहा है। गर्मी को ध्यान में रखते हुए टेंट में कूलर लगाए गए हैं ताकि वातावरण ठंडा रहे और रामू को राहत मिले।
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30 वर्षों की सेवा, लोगों में दिखा अपनापन
रामू की सेवा में बाबा नरेश दास, जो कि रामानंद निर्मोही अखाड़े के साधु हैं, पिछले तीन दशकों से लगे हुए हैं। साल 1992 में वे रामू को बिहार के सोनपुर पशु मेले से लेकर आए थे। तब इसकी उम्र 35 वर्ष थी और अब 75 साल की उम्र में रामू बीमार है, लेकिन उसकी देखभाल में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही। शहरभर के लोग हाथी की सेवा में आगे आ रहे हैं और वन्यजीव संरक्षण संस्थान Vantara Animal Rescue Center की विशेषज्ञ टीम की मौजूदगी से रामू के स्वस्थ होने की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
निष्कर्ष
Vantara Animal Rescue Center और विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम मिलकर 75 वर्षीय हथिनी रामू के इलाज में दिन-रात जुटी हुई है। आधुनिक चिकित्सा तकनीकों और समर्पित देखभाल से रामू की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार के संकेत मिल रहे हैं। यह पूरा अभियान न केवल वन्यजीव संरक्षण का उत्कृष्ट उदाहरण है, बल्कि समाज में पशु कल्याण के प्रति जागरूकता भी बढ़ा रहा है। रामू के स्वास्थ्य लाभ की उम्मीदें अभी बरकरार हैं, और उदयपुर वासियों के साथ पूरा देश उसकी सलामती की कामना कर रहा है।
Vantara Animal Rescue Center इस मिशन के माध्यम से वन्यजीवों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत कर रहा है।