vantara: नमस्ते दोस्तों आज मे आप के लिए वनतारा की ओर से लाया हु एक जबरदस्त जानकारी, वनतारा के बारेमे आप ने बहुत कुछ सुना होगा ओर बहुत कुछ पढ़ा होगा, मगर यह जानकारी पढ़ के आप के दिल मे वनतारा के लिए गर्व महसूस करवाएगी, जानकारी अरुणाचल के उस दो महावत की है जिन्होंने लकड़ी उद्योग मे काम किया है ओर मजबूरी के कारण लकड़ी उद्योग मे हाथी से काम करवा रहे थे लकड़िया खिचवा रहे थे हाथी से काम करवाना उस परिवार की मजबूरी थी क्यू की कोई ओर रोजगार नहीं था मगर अब वह महावत वनतारा मे महावत का काम करते है ओर जो उनके पास हाथी थे वही वनतारा मे भी उनके पास है वही हाथी के महावत के रूप मे उन्हे वनतारा मे काम मिला है अब वह परिवार भी खुश है ओर हाथी भी खुश है।
Vantara ने महावतो को दिया रोजगार

वनतारा जामनगर गुजरात ने एक ऐसी पहल की है की पूरी दुनिया मे वनतारा का कोई जवाब नहीं है। अनंत अंबानी द्वारा स्थापित 3000 एकड़ के विशाल जगह मे एक ऐसा एनिमल रेस्क्यू सेंटर का निर्माण हुआ है, की इसके मुकाबले मे दुनिया मे कोई नहीं है,क्यू की यह प्राणी संग्रहालय नहीं है,प्राणी सेवालाय है,यह बात बताते हुवे मुझे भी बहुत खुशी होती है की पिछले कुछ दिनों मे अरुणाचल प्रदेश केनामसाई से 20 हाथियों को रेस्क्यू करके वनतारा जामनगर गुजरात मे लाया गया है। ओर सभी हाथी की देखभाल ओर चिकित्सक जांच के बाद जिसको चिकित्सक उपचार की जरुत के हिसाब से चिकित्सक देख भाल हो रही है।
वनतारा ने बदली महावतों की आर्थिक स्थिति

वनतारा मे आए हुवे हाथियों के साथ साथ महावतों को भी वनतार ने आर्थिक संकट से बहार निकाला, महावत पहले आर्थिक तंगी से बजबूर होके हाथियों से काम करवाते थे। ओर हाथी उन महावतों के रोजगार दिलवाने मे मदद रूप होते थे।अब वह हाथी के जाने के बाद उनके पास रोजगार का कोई संसाधन नहीं था तो रेस्क्यू करने से पहले ही वनतारा टीमने यह बात रखी थी की हाथी को आश्रय ओर महावत को रोजगार वनतारा एनिमल रेस्क्यू सेंटर चुकाएगा तो यह बात को वनतारा ने साबित करदिया इसका उदाहरण यह महावत नाम सुपीनगता गुजू है। सुपीनगता गुजू बताते है की पहले मेरे पिताजी हाथियों का काम किया करते थे हाथियों से लकड़ियों को खींचना यही सब किया करते थे,हम लोगों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता था क्यू की लकड़ी का काम बंध होगया था तो पेसे नहीं होते थे तो खेती भी नहीं करसकते थे।अब वह दो बही वनतारा मे महावत का काम करते है ओर वनतारा से पगार मिलती है वह अपने घर पे भेजते है। ओर आर्थिक परिस्थिति मे बहुत सुधार हुआ है अच्छा घर भी बनवालिया है ओर पूरा परिवार खुश है ओर वनतारा का दिल से धन्यवाद करते है। वनतारा का प्रभाव अस्तित्व से कही ज्यादा है। यह आशा,अवसर ओर प्रगति के बारे मे है परिवार आर्थिक तंगी से मुक्त हो रहे है। बेहतर जीवन जी रहे है, अपने बच्चों को शिक्षित कर रहे है ओर अपने घरों को मजबूत बना रहे है। हाथी अब प्यार ओर देखभाल से घिरे हुवे सम्मान के साथ रहते है। यह वनतारा प्रोजेक्ट की पहल केवल चुनौतियों पर काबू पाने के बारे माही है, यह एक ऐसी दुनिया बनाने के बारे मै है जहा प्यार,करुणा ओर आशा सभी के लिए रास्ता रोशन करती है।
जंजीरों और जबरन मजदूरी का जीवन

जंजीरों और जबरन मजदूरी का जीवन – लकड़ी उद्योग में बंदी हाथियों के लिए यह कठोर वास्तविकता है। जंगलों में, इन राजसी प्राणियों को उनके टूटने के बिंदु तक धकेल दिया जाता है, जहाँ मशीनें नहीं जा सकतीं, वहाँ बड़े-बड़े लकड़ियाँ ढोनी पड़ती हैं। वे जो कीमत चुकाते हैं वह विनाशकारी है: दर्दनाक घाव, अपंग करने वाला गठिया, विकृति और जीवन भर की पीड़ा। जबकि माया जैसे हाथियों ने वंतारा में स्वतंत्रता पाई है, अनगिनत अन्य इस हृदय विदारक चक्र में फंसे हुए हैं। अब समय आ गया है कि उनकी पीड़ा को समाप्त किया जाए और उन्हें वह स्वतंत्रता दी जाए जिसके वे हकदार हैं।
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FAQ
Location of Vantara ?
Vantara Animal Rescue Centre is located in the green belt area of Reliance Refinery near Moti Khavdi in Jamnagar district of Gujarat, India