पक्षी गणना ओखा से नवलखी तक 170 किलोमीटर लंबी तट रेखा पर 3.43 लाख पक्षी देखे गए
जामनगर देश के पहले समुद्री राष्ट्रीय उद्यान मरीन सेंचुरी का घर है जो ओखा से से नवलखी तक लगभग 170 किलोमीटर तक फैला हुआ है।
तटीय औरजलीय पक्षियों की गणना लंबी तट रेखा के किनारे 25 विशेष रूप से चुने गए थानों में 25 टीमों द्वारा सूर्योदय से सूर्यास्त तक की गई।
कल 3 लाख 43हजार पक्षी देखे गए साथ ही पक्षियों की 246 विभिन्न प्रजातियां भी देखी गई इसके अलावा 69,000 दलदली पक्षी जो कीचड़ में रहते हैं
साथ ही बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी जैसे की गैनेट और कुछ प्रकार के बतख और इसके अलावा बड़ी संख्या में गुजरात का राज्य पक्षी फ्लेमिंगो भी देखा गया
पक्षी वैज्ञानिक और वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि लगभग 25 000 सीकाडा 20000 ग्रेट हॉर्नबिल और ग्रेट पॉटेड वुडपैकर दर्ज किए गए और श्रीके लिटिल जे ,फाल्स पैरट जैसे पक्षी भी बड़ी संख्या में देखे गए।
उल्लेखनीय है कि इस तीन दिवसी कार्यक्रम में पहले दिन वन एवं वन्य जीव क्षेत्र के प्रख्यात विशेषज्ञ द्वारा भाषण दूसरे दिन पक्षी गणना का कार्यक्रम था
तीसरे दिन ज्ञान साझाकरण एवं समापन कार्यक्रम शामिल था इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए गुजरात और अन्य राज्यों से पक्षी प्रेमी विशेषज्ञ और शोधकर्ता उपस्थित थे
तटीय और जलीय पक्षी गणना के लिए 100 से अधिक लोगों ने पंजीकरण कराया जिनमे सूरत वडोदरा अहमदाबाद नासिक पुणे महाराष्ट्र और गुजरात के अन्य शहरों से पक्षी प्रेमी शामिल थे
वन विभाग भी दुनिया भर से आने वाले प्रवासी पक्षियों के साथ-साथ स्थानीय पक्षियों की विभिन्न प्रजातियों की पहचान संख्या आदि के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए वैज्ञानिक संख्या अनुमान लगाता है