क्या आपने कभी सोचा है कि अगर इंसान को कभी नींद न आए तो क्या होगा? अब जरा सोचिए, कुछ जीव ऐसे भी हैं जो पूरी ज़िंदगी नींद से कोसों दूर रहते हैं!

ये ऐसे जांबाज हैं, जो "आराम हराम है" की फिलॉसफी को पूरी तरह अपनाए हुए हैं। चलिए, मजेदार अंदाज में जानते हैं उन अनोखे जीवों के बारे में, जिनकी आँखों में कभी नींद नहीं बसती।

1. चींटियां – मेहनत की मिसाल  इनका बस एक ही मकसद होता है—भोजन इकट्ठा करना और कॉलोनी को चलाना। इनके दिमाग में करीब 2.5 लाख न्यूरॉन्स होते हैं, जो इन्हें सुपर एक्टिव बनाए रखते हैं। मतलब चाहे दिन हो या रात, ये नॉन-स्टॉप काम करने वाली ‘मिनिएचर मशीन’ हैं।

बुलफ्रॉग – मेंढक का अल्ट्रा-प्रो वर्जन अब ज़रा इस अनोखे मेंढक को देखिए, जो ठंड में जम भी जाए तो भी जिंदा रहता है। बुलफ्रॉग कभी भी गहरी नींद में नहीं जाता, बल्कि इसका शरीर ऐसा सिस्टम अपनाता है कि ये "स्लीप मोड" में चला जाता है, लेकिन सोता नहीं। वैज्ञानिक भी इसकी इस खासियत को लेकर अभी तक हैरान हैं!

3. ग्रेट फ्रिगेटबर्ड – हवा में उड़ते-उड़ते ‘झपकी’ यह पक्षी बिना रुके हफ्तों तक हवा में उड़ सकता है। समुद्र के ऊपर उड़ते-उड़ते ही ये छोटे-छोटे पलों के लिए माइक्रो-रेस्ट लेता है, लेकिन नींद पूरी तरह कभी नहीं आती।

तितलियां – खूबसूरती के साथ अलर्टनेस तितलियां अपनी रंगीन दुनिया में इतनी मग्न रहती हैं कि नींद के लिए वक्त ही नहीं निकालतीं। जब ये ‘आराम’ करना चाहती हैं, तो बस एक सुरक्षित जगह पर बैठकर थोड़ी देर के लिए सुस्ताने लगती हैं, लेकिन पूरी नींद में कभी नहीं जातीं।

5. तिलापिया मछली – जागने का जुनून अगर किसी जीव को "सुपर अवेयरनेस" का अवॉर्ड मिले, तो वह तिलापिया मछली होगी! जन्म के बाद ये करीब 22 हफ्ते तक बिना सोए रहती है। ऐसा लगता है जैसे ये पूरी दुनिया को देखने के मिशन पर निकली हो।

6. फ्रूट फ्लाई – नींद से नफरत करने वाली मक्खी ये मक्खी नींद के मामले में सबसे ज्यादा कंजूस है! मादा फ्रूट फ्लाई दिनभर में केवल 72 मिनट ही सोती है, और कुछ मक्खियां तो सिर्फ 4 मिनट में ही अपनी "नींद" पूरी कर लेती हैं।

जेलीफिश – नींद जैसी चीज़ का ‘कंसेप्ट’ ही नहीं समुद्र में तैरने वाली जेलीफिश कभी भी गहरी नींद में नहीं जाती। वैज्ञानिकों के मुताबिक, ये सिर्फ अपने मूवमेंट को स्लो कर लेती है, लेकिन असली नींद नहीं लेती।

8. शार्क – नींद किसे कहते हैं? समुद्र की यह खतरनाक शिकारी बिना रुके लगातार तैरती रहती है। इसका शरीर ऑक्सीजन के लिए तैरने पर निर्भर करता है, इसलिए यह कभी भी पूरी तरह से नींद में नहीं जा सकती।