अनंत अंबानी ने हाथीयो के साथ महावत को भी दिया रोजगार

हाथी से काम करवाना उस परिवार की मजबूरी थी क्यू की कोई ओर रोजगार नहीं था

वह महावत वनतारा मे महावत का काम करते है

जो उनके पास हाथी थे वही वनतारा मे भी उनके पास है वही हाथी के महावत के रूप मे उन्हे वनतारा मे काम मिला है अब वह परिवार भी खुश है ओर हाथी भी खुश है।

वनतारा मे आए हुवे हाथियों के साथ साथ महावतों को भी वनतार ने आर्थिक संकट से बहार निकाला,

महावत पहले आर्थिक तंगी से बजबूर होके हाथियों से काम करवाते थे। ओर हाथी उन महावतों के रोजगार दिलवाने मे मदद रूप होते थे

अब वह हाथी के जाने के बाद उनके पास रोजगार का कोई संसाधन नहीं था

रेस्क्यू करने से पहले ही वनतारा टीमने यह बात रखी थी की हाथी को आश्रय ओर महावत को रोजगार वनतारा एनिमल रेस्क्यू सेंटर चुकाएगा

बही वनतारा मे महावत का काम करते है ओर वनतारा से पगार मिलती है वह अपने घर पे भेजते है। ओर आर्थिक परिस्थिति मे बहुत सुधार हुआ है अच्छा घर भी बनवालिया है ओर पूरा परिवार खुश है

वनतारा का दिल से धन्यवाद करते है। वनतारा का प्रभाव अस्तित्व से कही ज्यादा है। यह आशा,अवसर ओर प्रगति के बारे मे है परिवार आर्थिक तंगी से मुक्त हो रहे है। बेहतर जीवन जी रहे है, अपने बच्चों को शिक्षित कर रहे है ओर अपने घरों को मजबूत बना रहे है