Vantara: पशु संरक्षण और कर्मचारियों की भलाई का अनोखा मॉडल

📝 Last updated on: September 17, 2025 2:44 pm
Vantara

Vantara सिर्फ एक वन्यजीव संरक्षण केंद्र नहीं है, बल्कि करुणा, विज्ञान और जिम्मेदारी का ऐसा उदाहरण है जहाँ जानवरों और कर्मचारियों दोनों की भलाई को समान महत्व दिया जाता है। अनंत अंबानी के रिलायंस फाउंडेशन के तहत स्थापित, Vantara आज दुनिया के सबसे बड़े और अनोखे पशु बचाव, पुनर्वास और संरक्षण केंद्रों में गिना जाता है।

3,500 एकड़ में फैला यह केंद्र 2,000 से अधिक प्रजातियों के 1,50,000 से ज्यादा जानवरों का घर है। इनमें हाथी, बाघ, शेर, पक्षी, सरीसृप और कई बचाए गए जीव शामिल हैं। अधिकतर लोग Vantara को केवल जानवरों के संरक्षण के लिए जानते हैं, लेकिन इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहाँ काम करने वाले कर्मचारियों को भी उतना ही महत्व दिया जाता है जितना जानवरों को।

अनंत अंबानी का दृष्टिकोण

Vantara, अनंत अंबानी की उस दूरदृष्टि का परिणाम है जिसमें उन्होंने संकटग्रस्त प्रजातियों को बचाने, घायल जानवरों को पुनर्वास देने और भारत में विश्वस्तरीय पशु संरक्षण मॉडल स्थापित करने का सपना देखा। उनका दर्शन तीन मूल सिद्धांतों पर आधारित है—संवेदनशीलता, विज्ञान और जिम्मेदारी

चाहे दुनिया का सबसे बड़ा Elephant Care and Rehabilitation Center बनाना हो या प्रजाति-विशिष्ट आवास तैयार करना जहाँ जानवर स्वाभाविक ढंग से रह सकें, Vantara हर स्तर पर करुणा और देखभाल को प्राथमिकता देता है।

विश्वस्तरीय पशु देखभाल

Vantara में हर जानवर की देखभाल विशेष तरीके से की जाती है। यहाँ उन्हें मिलता है:

  • प्राकृतिक वातावरण जैसा उचित आवास
  • रोज़ का व्यायाम और संवर्धन गतिविधियाँ
  • 24 घंटे पशु-चिकित्सा सुविधा
  • प्रजाति-विशेष का संतुलित आहार

इस समग्र देखभाल से हाथी, बड़े बिल्लियाँ (टाइगर-लायन), पक्षी और अन्य सभी जानवर स्वस्थ और सुरक्षित जीवन जी पाते हैं।

कर्मचारियों पर विशेष ध्यान

Vantara की असली ताकत उसके करीब 3000 कर्मचारियों में है। यहाँ पशुपालन विशेषज्ञ, वन्यजीव संरक्षण अधिकारी, पशु-चिकित्सक और प्रशिक्षित देखभालकर्ता कार्यरत हैं।

कर्मचारियों की सुरक्षा और प्रशिक्षण को लेकर यहाँ कड़े नियम अपनाए जाते हैं, जैसे:

  • बड़े और संवेदनशील जानवरों को संभालने के लिए विशेष प्रशिक्षण
  • काम के दौरान सुरक्षात्मक उपकरणों का प्रयोग
  • कर्मचारियों की नियमित स्वास्थ्य जांच
  • मानसिक और भावनात्मक सहयोग

Vantara मानता है कि यदि कर्मचारी सुरक्षित और आत्मविश्वास से काम करेंगे तो जानवरों की देखभाल भी सर्वोत्तम होगी। यही वजह है कि यहाँ इंसान और पशु दोनों की सुरक्षा को आपस में जोड़ा गया है।

क्यों खास है Vantara

दुनिया में कई चिड़ियाघर और वन्यजीव पार्क हैं, लेकिन Vantara अलग है क्योंकि यह जानवर और इंसानों दोनों की भलाई को एक साथ जोड़ता है। यहाँ का मूल विचार है: “सुरक्षित और स्वस्थ कर्मचारी ही जानवरों को स्वस्थ और खुशहाल बना सकते हैं।”

यही संतुलित दृष्टिकोण इसे एक अनोखा मानव-पशु कल्याण मॉडल बनाता है।

Vantara एक नज़र में

विशेषताजानकारी
स्थापितकर्तारिलायंस फाउंडेशन, अनंत अंबानी
स्थानजामनगर, गुजरात, भारत
क्षेत्रफल3,500 एकड़
जानवरों की संख्या1,50,000+
प्रजातियाँ2,000+ (हाथी, बाघ, शेर, पक्षी, सरीसृप आदि)
कर्मचारीलगभग 3000
प्रमुख विशेषताएँविश्व का सबसे बड़ा Elephant Care Center, प्रजाति-विशेष आवास, कर्मचारियों की सुरक्षा और प्रशिक्षण

मानव-केंद्रित दृष्टिकोण

Vantara केवल जानवरों की सुरक्षा तक सीमित नहीं है। यहाँ कर्मचारियों की भलाई और गरिमा को भी उतना ही महत्व दिया जाता है। अनंत अंबानी मानते हैं कि पशु संरक्षण और मानवीय संवेदनशीलता एक-दूसरे से अलग नहीं हो सकते

इसी कारण यहाँ कर्मचारियों को सम्मान और सुरक्षा देने के साथ-साथ उन्हें निरंतर सीखने और आगे बढ़ने का अवसर भी दिया जाता है।

वैश्विक महत्व

भारत ही नहीं, पूरी दुनिया में Vantara को एक नए मानक के रूप में देखा जा रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संरक्षणवादी और विशेषज्ञ इस मॉडल को अध्ययन कर रहे हैं क्योंकि यह वैज्ञानिक शोध, आधुनिक सुविधाओं और मानवीय नीतियों का अनोखा मेल है।

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भविष्य की दिशा

आने वाले समय में Vantara का लक्ष्य है:

  • और अधिक संकटग्रस्त प्रजातियों को बचाना
  • उन्नत पशु-चिकित्सा और अनुसंधान केंद्र स्थापित करना
  • अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों और NGO के साथ साझेदारी करना

इससे यह न केवल भारत बल्कि दुनिया का सबसे बड़ा और प्रभावशाली wildlife care and conservation center बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।

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निष्कर्ष

Vantara सिर्फ एक संरक्षण केंद्र नहीं, बल्कि एक ऐसा आंदोलन है जो यह साबित करता है कि करुणा, विज्ञान और जिम्मेदारी मिलकर वास्तविक बदलाव ला सकते हैं। यहाँ जानवरों और कर्मचारियों दोनों को समान महत्व दिया जाता है।

आज जब पूरी दुनिया जैव-विविधता के संकट का सामना कर रही है, Vantara एक उम्मीद की किरण है। यह हमें याद दिलाता है कि वन्यजीवों को बचाना केवल पशुओं की रक्षा करना नहीं, बल्कि उन लोगों का भी सम्मान करना है जो अपना जीवन इस कार्य के लिए समर्पित करते हैं।

हर मायने में, Vantara इंसान और प्रकृति के बीच सामंजस्य का प्रतीक है।