International Tiger Day: बाघों की रक्षा और जागरूकता का दिन

📝 Last updated on: July 30, 2025 12:21 am
International Tiger Day

International Tiger Day हर साल 29 जुलाई को मनाया जाता है ताकि लोगों को बाघों के संरक्षण और उनके प्राकृतिक आवास की रक्षा के लिए जागरूक किया जा सके। एक समय में एशिया के बड़े हिस्सों में पाए जाने वाले बाघ आज विलुप्त होने की कगार पर हैं। इसका मुख्य कारण है – अवैध शिकार, जंगलों की कटाई और इंसानों के साथ बढ़ते संघर्ष। इस दिन का उद्देश्य सिर्फ जागरूकता फैलाना नहीं है, बल्कि बाघों को बचाने के लिए वैश्विक स्तर पर मिलकर काम करना भी है।

International Tiger Day का महत्व

International Tiger Day की शुरुआत साल 2010 में सेंट पीटर्सबर्ग टाइगर समिट के दौरान हुई थी। इस सम्मेलन में 13 बाघ-बहुल देशों ने एक साथ मिलकर एक ऐतिहासिक लक्ष्य तय किया, जिसे TX2 लक्ष्य कहा गया – इसका उद्देश्य था साल 2022 तक जंगलों में बाघों की संख्या दोगुनी करना

यह दिन सिर्फ एक उत्सव नहीं, बल्कि एक चेतावनी है कि बाघों को बचाने की जंग अभी बाकी है। खासकर दक्षिण-पूर्व एशिया में बाघों की संख्या लगातार गिर रही है और अगर समय रहते कदम नहीं उठाए गए, तो आने वाली पीढ़ियाँ बाघों को केवल किताबों में ही देख पाएँगी।

बाघों की वर्तमान स्थिति

2024 तक दुनियाभर में बाघों की संख्या में थोड़ी बढ़ोतरी देखने को मिली है। यह संभव हुआ है भारत, नेपाल, भूटान और रूस जैसे देशों की प्रभावी संरक्षण योजनाओं के चलते। भारत, जो दुनियाभर के लगभग 75% जंगली बाघों का घर है, इस क्षेत्र में अग्रणी रहा है।

बाघ संरक्षण क्यों ज़रूरी है?

बाघ केवल सुंदर जानवर नहीं हैं, बल्कि वे वन्य पारिस्थितिकी तंत्र के शीर्ष शिकारी (apex predator) होते हैं। वे खाद्य श्रृंखला को संतुलित रखते हैं और जंगल के पूरे पारिस्थितिक तंत्र को संतुलन में रखते हैं। अगर बाघ सुरक्षित हैं, तो जंगल और उसमें रहने वाले सैकड़ों प्रजातियाँ भी सुरक्षित रहती हैं।

International Tiger Day से जुड़ी प्रमुख जानकारियाँ

विषयविवरण
मना जाता है29 जुलाई
शुरुआत2010, सेंट पीटर्सबर्ग टाइगर समिट से
उद्देश्यबाघ संरक्षण के प्रति जागरूकता और उपायों को बढ़ावा देना
दुनियाभर की बाघ संख्या (2024)अनुमानित 3,800 से 4,500 के बीच
सबसे अधिक बाघों वाला देशभारत (दुनिया के 70% से अधिक बाघ यहीं हैं)
मुख्य खतरेशिकार, जंगलों का नुकसान, मानव-बाघ संघर्ष
प्रतीकात्मक महत्वशक्ति, संतुलन, और जैव विविधता का प्रतिनिधित्व

International Tiger Day पर वैश्विक प्रयास

इस दिन दुनिया भर में कई गतिविधियाँ आयोजित की जाती हैं:

  • प्रदर्शनियाँ और जागरूकता कार्यक्रम स्कूलों, कॉलेजों और जंगल विभागों द्वारा।
  • डॉक्यूमेंट्री फिल्में और सोशल मीडिया पोस्ट्स के माध्यम से जानकारी साझा की जाती है।
  • #InternationalTigerDay जैसे हैशटैग का उपयोग कर ऑनलाइन जागरूकता फैलाई जाती है।
  • एनजीओ और संरक्षण संगठन वर्कशॉप, वॉल पेंटिंग, और वनीकरण अभियान चलाते हैं।

भारत की भूमिका

भारत ने बाघ संरक्षण में ऐतिहासिक पहल की है। Project Tiger की शुरुआत 1973 में हुई थी और आज देश में 53 टाइगर रिज़र्व हैं। भारत का All India Tiger Estimation विश्व का सबसे बड़ा वन्यजीव सर्वेक्षण है।

2022 की गणना के अनुसार, भारत में 3,167 जंगली बाघ दर्ज किए गए। इस उपलब्धि का श्रेय जाता है: तकनीकी निगरानी, स्थानीय समुदायों की भागीदारी, कठोर कानून व्यवस्था और संरक्षण आधारित पर्यटन को।

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आप क्या कर सकते हैं?

International Tiger Day पर एक आम नागरिक के रूप में भी आप कई सकारात्मक कार्य कर सकते हैं:

  • बाघों और उनके आवासों के बारे में जानकारी साझा करें।
  • विश्वसनीय संरक्षण संस्थाओं को सहयोग दें।
  • वन्यजीवों से बने उत्पादों की खरीद से बचें।
  • जिम्मेदार इको-टूरिज्म को बढ़ावा दें।
  • जंगलों की रक्षा के लिए अपनी आवाज़ उठाएँ।

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निष्कर्ष

International Tiger Day केवल बाघों की खूबसूरती को मनाने का दिन नहीं है, यह एक ज़िम्मेदारी का प्रतीक है। जब हम बाघों को बचाते हैं, तब हम जंगल, जलवायु, जैव विविधता और मानव जीवन को भी सुरक्षित करते हैं। यह दिवस हमें यह याद दिलाता है कि बाघों का अस्तित्व पृथ्वी की संतुलन व्यवस्था से जुड़ा हुआ है।