Vantara की मेरी 3 दिन की यात्रा मेरे जीवन के सबसे अविस्मरणीय और प्रेरणादायक अनुभवों में से एक रही। यह अनुभव मेरे जीवन के शीर्ष तीन पलों में शामिल हो गया है। मैंने यहां जो कुछ भी देखा, वह आज भी बहुत कम लोग जानते हैं। Vantara न केवल दुनिया का सबसे बड़ा वन्यजीव संरक्षण केंद्र है, बल्कि यह पूरी तरह से प्रेम, श्रद्धा और सेवा की भावना से निर्मित एक ऐसा स्थान है, जहाँ जानवरों को देवताओं की तरह पूजा जाता है।
जानवरों के लिए बनाया गया दिव्य धाम
Vantara, Jamnagar में स्थित है और यह 3000 + एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैला हुआ है। यहाँ की भव्यता और सेवा की भावना इतनी गहरी है कि उसे शब्दों में बयान करना कठिन है। यह सिर्फ एक जीवाश्रय नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा स्थान है जहाँ जानवरों की सेवा को आध्यात्मिक कार्य माना जाता है। यही कारण है कि यहाँ 40 से अधिक मंदिर बनाए गए हैं, जिनमें प्रतिदिन 300 से अधिक पुजारी पूजा-अर्चना करते हैं।
यहाँ का हर हिस्सा यह दर्शाता है कि किस तरह से जानवरों के लिए एक दिव्य और सम्मानजनक जीवन सुनिश्चित किया जा सकता है। Vantara में 5000 से अधिक लोग कार्यरत हैं और सबका उद्देश्य एक ही है – जानवरों की देखभाल को सर्वोच्च प्राथमिकता देना।
अनोखे अनुभव जो कभी नहीं भूलेंगे
मेरे इस तीन दिवसीय प्रवास के दौरान, मैंने जीवन के कई दुर्लभ और अनोखे पल देखे। मैंने जिराफ़ को अपने हाथों से खाना खिलाया, दुनिया का सबसे बड़ा हाथी अस्पताल देखा, ज़ेब्रा को प्यार से सहलाया और ऐसे पक्षियों को देखा जो अब पूरी दुनिया में विलुप्त हो चुके हैं।
मैंने वहाँ एक जर्मन पोषण विशेषज्ञ से भी बातचीत की, जो अपनी नौकरी छोड़कर Vantara में सेवा देने आई हैं। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने पहली बार Vantara के ऑफर को ठुकराया था, तब उन्हें एक बार इस जगह को देखने का निमंत्रण मिला, वह भी पूरे खर्च के साथ। यात्रा के बाद जब वह अपने देश लौटीं, तो उन्हें लगा कि उन्होंने जो कुछ देखा वह सपना था। उन्होंने तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे दिया और Vantara का हिस्सा बनने भारत आ गईं।
अनंत अंबानी की प्रेरक सोच और समर्पण
Vantara की सबसे बड़ी प्रेरणा अनंत अंबानी हैं। वे बचपन से ही पशु प्रेमी रहे हैं – सिर्फ दो साल की उम्र से। आज Vantara का जो विशाल स्वरूप हम देख रहे हैं, वह अनंत अंबानी की दूरदृष्टि और समर्पण का ही परिणाम है। वे न केवल हर जानवर की विशेषताओं और व्यवहार को समझते हैं, बल्कि रोज़ाना 5000 कर्मचारियों से संवाद करते हैं – चाहे वह सफाईकर्मी हों, पशु चिकित्सक हों या शोधकर्ता।
उनकी कार्यशैली और प्रतिबद्धता देखकर यह स्पष्ट होता है कि वे केवल एक सफल व्यवसायी ही नहीं, बल्कि एक समर्पित सेवाभावी भी हैं। उन्होंने अपने पिता मुकेश अंबानी की तरह ही मेहनत और दूरदृष्टि की मिसाल कायम की है। हाल ही में उन्हें Reliance Industries Limited (RIL) का कार्यकारी निदेशक नियुक्त किया गया है, जो उनकी नेतृत्व क्षमता को दर्शाता है।
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सपना देखने और उसे साकार करने की प्रेरणा
इस यात्रा से मैंने केवल प्रकृति प्रेम नहीं सीखा, बल्कि यह भी जाना कि बड़े सपने देखने और उन्हें साकार करने की हिम्मत कैसे जुटाई जाती है। Reliance जैसी कंपनी ने दिखाया है कि अगर उद्देश्य स्पष्ट हो और समर्पण पूर्ण हो, तो असंभव भी संभव बन सकता है।
मैंने अपनी टीम से भी कहा कि हमें भी Reliance से बड़ी सोच रखनी चाहिए – हर कार्य में मिशन-ओरिएंटेड अप्रोच होनी चाहिए। बाकी सब बातें केवल ध्यान भटकाने वाली हैं।
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निष्कर्ष
Vantara सिर्फ एक वन्यजीव केंद्र नहीं है, यह एक ऐसी जगह है जहाँ इंसान और जानवर के बीच की संवेदनाओं को गहराई से महसूस किया जा सकता है। यहाँ की सेवाभावना, आस्था, आधुनिकता और वैज्ञानिक दृष्टिकोण का ऐसा अद्भुत मेल है जिसे देखने के बाद कोई भी व्यक्ति पहले जैसा नहीं रह सकता।
यह यात्रा मेरे लिए केवल एक ट्रिप नहीं थी, यह मेरे जीवन की दिशा और सोच को गहराई से प्रभावित करने वाला अनुभव था। अगर कभी आपको अवसर मिले, तो Vantara ज़रूर जाएं