Vantara News today : अहमदाबाद में हुए दर्दनाक विमान हादसे के बाद शहर के लोगों ने जो एकता और सेवा भावना दिखाई, वो पूरे देश के लिए एक मिसाल बन गई। जहां एक ओर हादसे की खबर से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई, वहीं दूसरी ओर अहमदाबाद के लोग तुरंत मदद के लिए आगे आ गए।
हादसे के तुरंत बाद जुट गए लोग
जैसे ही विमान हादसे की खबर फैली, स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य में जुट गए। कई लोग अस्पताल पहुंचे, ताकि घायलों को खून मिल सके। अहमदाबाद की गलियों से लेकर सोशल मीडिया तक, हर जगह एक ही बात दिखी — सेवा पहले।
रक्तदान के लिए उमड़ी भीड़
NGO Sahay Foundation की संस्थापक ज़ील शाह ने बताया कि जैसे ही सोशल मीडिया पर रक्तदान की अपील की गई, सैकड़ों लोग सामने आ गए। सिर्फ पहले 2 घंटे में ही लगभग 300 लोग रेड क्रॉस सेंटर पर पहुंच गए।
शाम होते-होते, 900 यूनिट से ज्यादा खून इकट्ठा हो गया। इतना ही नहीं, सिविल अस्पताल में भी 600 यूनिट खून पहले से था और बाद में रेड क्रॉस से 500 यूनिट और पहुंचाया गया। दो घंटे में 350 लोग सिर्फ सिविल अस्पताल में ही रक्तदान करने पहुंचे।
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“लोग अक्सर ‘मुंबई स्पिरिट’ की बात करते हैं, लेकिन अहमदाबाद की सेवा भावना किसी से कम नहीं है।”
— ज़ील शाह, संस्थापक, Sahay Foundation
Vantara की मेडिकल टीम भी आई आगे
अनंत अंबानी की संस्था Vantara ने भी इस कठिन समय में अहम योगदान दिया। वंतारा ने डॉक्टरों की एक टीम अहमदाबाद भेजी और अपनी एम्बुलेंस सेवा भी हादसे के पीड़ितों के लिए खोली।
वनतारा ने न सिर्फ घायलों की मदद की, बल्कि हादसे में घायल हुए पक्षियों और जानवरों को भी इलाज मुहैया कराया।
RSS स्वयंसेवकों की 24 घंटे की सेवा
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के स्वयंसेवक भी दिन-रात सेवा कार्य में लगे रहे। जानकारी के मुताबिक, 176 स्वयंसेवकों ने मौके पर प्रत्यक्ष रूप से सेवा की, जबकि 250 से ज्यादा अन्य कार्यकर्ता सहायता में जुटे रहे।
उन्होंने घायलों को अस्पताल पहुंचाने, ट्रैफिक संभालने, DNA सैंपल इकट्ठा करने और मृतकों के परिवारजनों को भोजन और जलपान देने जैसे कार्यों में प्रशासन की मदद की।
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“हमने कालूपुर स्वामीनारायण मंदिर के सहयोग से भोजन की व्यवस्था की, और लगातार पुलिस और प्रशासन के संपर्क में रहे।”
— RSS पदाधिकारी, अहमदाबाद
सोशल मीडिया पर वायरल हुईं तस्वीरें
घटना के बाद जो दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल हुए, उनमें एक बात साफ दिखी — अहमदाबाद वालों का दिल बहुत बड़ा है। अस्पतालों के बाहर लंबी कतारें, गर्मी में पसीना बहाते हुए लोग, हाथों में रक्तदान के फॉर्म — ये दृश्य भावुक कर देने वाले थे।
निष्कर्ष
हादसे का समय कभी आसान नहीं होता, लेकिन अहमदाबाद के लोगों ने दिखा दिया कि एकजुटता और सेवा की भावना से हर मुसीबत को आसान बनाया जा सकता है। वंतारा, RSS, NGOs और आम जनता — सभी ने मिलकर जो सेवा यज्ञ किया, वह हमेशा याद रखा जाएगा।