Bala Hanuman Temple Jamnagar : नमस्ते दोस्तों आप सभी का स्वागत है मेरे इस आर्टिकल मे आज मे आपके लिए लेकर आया हु जामनगर के एक सुप्रसिद्ध बाला हनुमान मंदिर की जानकारी,पूरी जानकारी के लिए आर्टिकल मे बने रहे,जेसे ही आप सभी जानते है की जामनगर एक प्राचीन शहर है,ओर जामनगर की पहचान पूरी दुनिया मे है,जामनगर अपनी विविधता के लिए पूरी दुनिया मे प्रसिद्ध है ,यहा कई धर्म के लोग रहते है,ओर जामनगर गुजरात का अहम शहर है फिर भी जामनगर को शांत शहर कहा जाता है ओर सभी धर्म के लोग भाईचारे से रहते है।
जामनगर एक पारंपारिक मूल्यों ओर आधुनिक संस्कृति का अनूठा मिश्रण दर्शाता है,यहा के ज्यादातर धार्मिक समुदाय स्वभाव से ही धार्मिक है,जामनगर मे आप घूमोगे तो आप असंख्य छोटे बड़े मंदिर देखोगे उस मंदिर मे से की मंदिर देश दुनिया मे सुप्रसिद्ध ओर लोकप्रिय है,यहा के प्रसिद्ध मंदिरों मे लोग बहुत दूर दूर से दर्शन करने आते है,इन्ही मंदिरों मेसे एक मंदिर है बाला हनुमान मंदिर जिसकी मे इस आर्टिकल मे बात कर रहा हु, बाला हनुमान मंदिर जामनगर ओर हनुमान भक्तों के लिए काफी महत्व रखता है,हनुमान भक्तों के इसलिए बहुत ही खास है की यह बाला हनुमान मंदिर सिर्फ हनुमान जी को समर्पित है,यह बहुत बड़ी संख्या मे पूरे देश मे से लोग दर्शन करने आते है ओर बाला हनुमान मंदिर मे प्रसाद चड़ाते है,

जामनगर को समृद्धि ओर संस्कृति विरासत मे मिली हुई है ,इसका सबसे बड़ा उदाहरण जामनगर की विशेषताओ मे से एक उदाहरण इसकी गहरी ओर मजबूत जड़े वाली धार्मिक आस्था है. जामनगर मे ऐसे कई मंदिर है जिसमे हिन्दू ओर जैन मंदिर शामिल है,इनमे से ज्यादातर मंदिर धार्मिक लोगों द्वारा अत्याधिक पूजनीय स्थल माना जाता है,इसमे से बाला हनुमान मंदिर सबसे पुराना मंदिर माना जाता है,यह मंदिर को श्री बाला हनुमान संकीर्तन मंदिर भी कहा जाता है,जिसकी स्थापना 1963_64 मे श्री प्रेमभिक्षुजी महाराज के द्वारा की गई थी, बाला हनुमान मंदिर मे 1 अगस्त,1964 से लगातार राम नाम के जाप आज तक चालू है ओर इसी लगातार राम नाम के जाप कहो या राम धुन मानो तो यही राम नाम के जाप लेके पूरी दुनिया मे ये बाला हनुमान मंदिर प्रसिद्ध है,इस उपलब्धि ने बाला हनुमान मंदिर को गिनीज बुक ऑफ वल्ड मे रिकार्ड मे अपना नाम दर्ज करवाया है,

बाला हनुमान मंदिर जामनगर की लोकप्रियता
बाला हनुमान मंदिर मे नोनस्टॉप रात दिन लगातार राम नाम के जप (राम धुन )की वजह से गुजरात के अन्य शहरो के मंदिरों मे भी राम नाम के जप (राम धुन ) बहुत तेजी से बढ़ रहा है,गुजरात मे पोरबंदर,द्वारिका,राजकोट,जूनागढ़,महुवा,ओर गुजरात के अलावा बिहार के मुजफ्फरपुर मे भी श्री प्रेमभिक्षु महाराज के मार्गदर्शन के तले राम नाम का जप (राम धुन ) चालू हुई है,यह शुरुवात 1964 मे 1 अगस्त से बाला हनुमान मंदिर जामनगर मे अखंड राम धुन की शुरुवात हुई थी,तब पहेली बार 24 घंटे के लिए राम धुन नी शुरुआत की अवधि थी,इसके कुछ सालों के बाद वर्ष 1967 मे द्वारिका मे इसी तरह शुरुआत हुई,उसके बाद उसी साल मे 1967 मे पोरबंदर मे भी अखंड राम धुन की शुरुआत हुई,उसके बाद 1984 मे राजकोट मे भी अखंड राम धुन की शुरुआत की गई, उसके बाद 1997 मे महुवा ने भी यही परंपरा को अपनाया,ओर उसके बाद 1999 मे जूनागढ़ मे भी इसी प्रकार से अखंड राम धुन की शुरुआत करदी।
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बाला हनुमान मंदिर जामनगर की देखभाल ओर समय
बाला हनुमान मंदिर जामनगर की देखभाल की बात करे तो इस मंदिर की देख भाल एक ट्रस्ट द्वारा की जाती है, बाला हनुमान मंदिर के ट्रस्ट के 7 मेम्बर द्वारा पूरे मंदिर की व्यवस्था को संभाला ओर मेनेज किया जाता है। यह ट्रस्ट मंदिर के सभी देखभाल ओर सभी गतिविधियों को बनाए रखता है जिसमे पूरे साल के केलेंडर अनुरूप सभी दैनक कार्यक्रमों की सूची ओर टाइम टेबल ओर अखंड राम नाम के जप (अखंड राम धुन ) भी इसमे शामिल है,बाला हनुमान मंदिर जामनगर भारत के कुछ साइबर फ़्रेंडली मंदिरों मे से एक है,जिसमे हजारों तीर्थ यात्रियों की सेवा करने के लिए एक समर्पित हेल्प डेस्क भी है।
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अगर देखा जाए तो बाला हनुमान मंदिर जामनगर मे पूरा साल श्रद्धालुओ की भीड़ लगी रहती है दर्शन करने को,मगर दूर से यात्रा करके आने वाले यात्रालू के लिए सबसे अच्छा समय सर्दियों का है,इविशेष रुप से श्याम का टाइम है,ओर सबसे याची बात यह है की मंदिर पूरा दिन खुला रहता है,ओर श्रद्धालु अपने हिसाब से दर्शन करने का विकल्प पसंद करसकते है,जेसे की सुबह 6:00 बजे मंगला दर्शन होता है,उसके बाद 6:30 बजे श्रृंगार दर्शन होता है,ओर सुबह 7:00 बजे मंगला आरती का दर्शन करसकते है,उसके बाद दोपहर 12:00 बजे राज भोग दर्शन होता है,ओर शाम के 4:30 बजे उसथापन दर्शन होता है,ओर शाम के 7:00 बजे संध्या आरती दर्शन का लाभ मिलता है,ओर रात 10:00 बजे शयन दर्शन होता है,

बाला हनुमान मंदिर जामनगर मे कहा ओर केसे पहुचे
बाला हनुमान मंदिर जामनगर शहर मे रणमल तालाब के दक्षिण पूर्व मे स्थित है,जामनगर विभिन्न राज्यों से याची तरह से जुड़ा हुआ है;इस लिए गुजरात के किसी भी कोने से जामनगर आप रोड से सरकारी या प्राइवेट पेसेन्जर ट्रांसपोर्ट से आप को हर शहर से आप को जामनगर की बस मिलेगी,ओर रेल मार्ग से भी आप पूरे भारत के किसी भी कोने से आप रेल मार्ग से जामनगर पहुच सकते है,ओर हवाई मार्ग से भी जामनगर जुड़ा हुआ है आप हवाई मार्ग से भी जामनगर पहुच सकते है।
FAQ
What is the specialty of Bala Hanuman Temple Jamnagar?
बाला हनुमान मंदिर जामनगर की विशेषता यह है की बाला हनुमान मंदिर मे अखंड राम धुन चलती है,ओर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड मे यह रेकॉड दर्ज है।
बाला हनुमान मंदिर जामनगर मे स्थापना कब हुई थी?
यह मंदिर को श्री बाला हनुमान संकीर्तन मंदिर भी कहा जाता है,जिसकी स्थापना 1963_64 मे श्री प्रेमभिक्षुजी महाराज के द्वारा की गई थी, बाला हनुमान मंदिर मे 1 अगस्त,1964 से लगातार राम नाम के जाप आज तक चालू है ओर इसी लगातार राम नाम के जाप कहो या राम धुन मानो तो यही राम नाम के जाप लेके पूरी दुनिया मे ये बाला हनुमान मंदिर प्रसिद्ध है,इस उपलब्धि ने बाला हनुमान मंदिर को गिनीज बुक ऑफ वल्ड मे रिकार्ड मे अपना नाम दर्ज करवाया है,
Bala Hanuman Temple Jamnagar Maintenance and Timings?
अगर देखा जाए तो बाला हनुमान मंदिर जामनगर मे पूरा साल श्रद्धालुओ की भीड़ लगी रहती है दर्शन करने को,मगर दूर से यात्रा करके आने वाले यात्रालू के लिए सबसे अच्छा समय सर्दियों का है,इविशेष रुप से श्याम का टाइम है,ओर सबसे याची बात यह है की मंदिर पूरा दिन खुला रहता है,ओर श्रद्धालु अपने हिसाब से दर्शन करने का विकल्प पसंद करसकते है,जेसे की सुबह 6:00 बजे मंगला दर्शन होता है,उसके बाद 6:30 बजे श्रृंगार दर्शन होता है,ओर सुबह 7:00 बजे मंगला आरती का दर्शन करसकते है,उसके बाद दोपहर 12:00 बजे राज भोग दर्शन होता है,ओर शाम के 4:30 बजे उसथापन दर्शन होता है,ओर शाम के 7:00 बजे संध्या आरती दर्शन का लाभ मिलता है,ओर रात 10:00 बजे शयन दर्शन होता है,