Simlipal National Park: जैव विविधता का खज़ाना

📝 Last updated on: May 15, 2025 12:47 am
Simlipal National Park

Simlipal National Park, पूर्वी भारत के ओडिशा राज्य के मयूरभंज ज़िले में स्थित है। यह एक टाइगर रिज़र्व, बायोस्फीयर रिज़र्व और वन्यजीव अभयारण्य होने के कारण, यह भारत के सबसे समृद्ध जैवविविधता वाले क्षेत्रों में गिना जाता है।

Simlipal National Park इतिहास और स्थापना

सिमलिपाल को पहले एक हंटिंग ग्राउंड के रूप में जाना जाता था, लेकिन 1956 में इसे वन्यजीव अभयारण्य घोषित किया गया।
1979 में इसे टाइगर रिज़र्व घोषित किया गया और 1986 में इसे यूनेस्को द्वारा बायोस्फीयर रिज़र्व का दर्जा मिला।

दुर्लभ काले बाघों का घर

सिमलिपाल की सबसे बड़ी खासियत है यहाँ पाए जाने वाले दुर्लभ काले बाघ (Melanistic Tigers)
यह भारत का इकलौता राष्ट्रीय उद्यान है जहाँ प्राकृतिक रूप से इन काले बाघों की उपस्थिति दर्ज की गई है, जो इसे और भी खास बनाता है।

प्रमुख वन्यजीव और वनस्पति

यहाँ पाए जाने वाले प्रमुख वन्यजीव:

  • रॉयल बंगाल टाइगर
  • काले बाघ
  • एशियाई हाथी
  • तेंदुआ
  • गौर (भारतीय बाइसन)
  • चार सींग वाला मृग
  • सांभर, चीतल, हाइना आदि

वनस्पति में साल, टीक, बांस, महुआ और औषधीय पौधों की सैकड़ों प्रजातियाँ मौजूद हैं।

जलप्रपात और प्राकृतिक सौंदर्य

सिमलिपाल में कई सुंदर झरने और प्राकृतिक जल स्रोत भी हैं:

  • बरेहीपानी जलप्रपात – ओडिशा का सबसे ऊँचा झरना (399 मीटर)
  • जोरांदा जलप्रपात – घने जंगलों में स्थित मनमोहक दृश्य
  • पिथाबाटा गेट – उद्यान का मुख्य प्रवेश द्वार

सिमलिपाल सफारी और भ्रमण

सिमलिपाल में सफारी का आनंद लिया जा सकता है लेकिन यह सीजनल होता है और मानसून में बंद रहता है।

सफारी समय:

  • अक्टूबर से जून तक
  • सुबह 6:00 से दोपहर 12:00 बजे तक
  • प्रवेश: पिथाबाटा गेट और जोशिपुर गेट से

सुझाव: गाइड के साथ जाना और पहले से बुकिंग करना बेहतर रहेगा।

कैसे पहुँचे?

  • रेलवे स्टेशन: बारीपदा (25 किमी)
  • हवाई अड्डा: भुवनेश्वर (270 किमी)
  • सड़क मार्ग: कोलकाता, कटक और भुवनेश्वर से नियमित बस/टैक्सी सेवा

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ठहरने की व्यवस्था

  • सिमलिपाल टाइगर रिज़र्व के पास फॉरेस्ट रेस्ट हाउस और इको टूरिज्म कॉटेज उपलब्ध हैं
  • जोशिपुर और बारीपदा में होटल और लॉज की सुविधा भी है

यात्रा के लिए सुझाव

  • अक्टूबर से मार्च सबसे उपयुक्त समय है
  • कैमरा और बाइनोक्युलर साथ रखें
  • प्रकृति प्रेमियों और फ़ोटोग्राफ़र्स के लिए यह एक स्वर्ग है

निष्कर्ष

सिमलिपाल राष्ट्रीय उद्यान केवल एक टाइगर रिज़र्व नहीं, बल्कि एक जीवित जैवविविधता संग्रहालय है।
दुर्लभ काले बाघों, प्राकृतिक जलप्रपात और घने जंगलों के बीच समय बिताना एक अनोखा अनुभव है।