Vantara Project: तेलंगाना के हैदराबाद में 1000 एकड़ का विशाल चिड़ियाघर बनने जा रहा है

📝 Last updated on: June 24, 2025 11:41 am
Vantara Project

Vantara Project के नाम से पहचाना जाने वाला जामनगर-आधारित वन्यजीव पुनर्वास केन्द्र देश-विदेश में सुर्खियां बटोर चुका है। इसी की प्रेरणा से अब तेलंगाना सरकार हैदराबाद के पास 1000 एकड़ में एक नया, अत्याधुनिक चिड़ियाघर विकसित करने में जुट गई है। आइए, विस्तार से जानते हैं इस महत्वाकांक्षी योजना के बारे मे

Vantara Project से प्रेरित तेलंगाना की नई पहल

Vantara Project

रिलायंस फ़ाउंडेशन व अनंत अंबानी द्वारा संचालित जामनगर-स्थित Vantara Project ने भारतीय वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में एक नई मानक स्थापित की है। इसकी सफलता को देखते हुए तेलंगाना राज्य ने हैदराबाद के निकट इतने बड़े दायरे में चिड़ियाघर बनाने की घोषणा की है, जो न सिर्फ़ घरेलू बल्कि अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को भी आकर्षित करेगा। यह परियोजना पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने का भी लक्ष्य रखती है।

Vantara Project की तर्ज पर 1000 एकड़ में तैयार हो रहा है विशाल चिड़ियाघर

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तेलंगाना के माननीय मुख्यमंत्री श्री ए. रेवत रेड्डी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि हैदराबाद के आसपास 1000 एकड़ भूमि पर एक ऐसा चिड़ियाघर तैयार करें, जो देश के सबसे बड़े जूलॉजिकल पार्कों में से एक हो। यहाँ विभिन्न महाद्वीपों और पारिस्थितिक तंत्रों से लाई गई पशु-पक्षियों की प्रजातियाँ प्राकृतिक माहौल में रहेंगी। खुले बाड़ों, हरित परिदृश्य और आधुनिक सुविधाओं के ज़रिए उनका संरक्षण और कल्याण सुनिश्चित किया जाएगा।

पर्यटन व अर्थव्यवस्था को मिलेगा नया अवसर

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हैदराबाद पहले से ही ऐतिहासिक स्थलों व आधुनिक सुविधाओं के कारण एक व्यस्त पर्यटन केंद्र है। नए चिड़ियाघर के जुड़ने से राज्य को उम्मीद है कि पर्यटक प्रवाह में इज़ाफ़ा होगा और स्थानीय व्यवसायों—जैसे होटल, परिवहन, हस्तशिल्प व भोजनालय—को प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। इसके अलावा, रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे, जिससे क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था और मज़बूत होगी।

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स्वास्थ्य पर्यटन: अनंतगिरी में 200 एकड़ का नेचर वेलनेस सेंटर

वन्यजीव आकर्षण के साथ-साथ तेलंगाना सरकार स्वास्थ्य पर्यटन को भी गति दे रही है। अनंतगिरी में 200 एकड़ भूमि पर Nature Wellness Center बनाने की योजना है, जिसका मॉडल बेंगलुरु के प्रसिद्ध जिंदल नेचरक्योर इंस्टिट्यूट से प्रेरित है। मुख्यमंत्री ने जिंदल तथा अन्य अग्रणी संस्थानों के प्रतिनिधियों को इस पहल में भागीदारी का निमंत्रण दिया है, ताकि हैदराबाद को मेडिकल और वेलनेस टूरिज़्म का प्रमुख केंद्र बनाया जा सके। प्रस्तावित चौथे शहर मूचेरला में भी स्वास्थ्य पर्यटन आधारित ढाँचा विकसित करने की बात कही गई है।

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निष्कर्ष

Vantara Project ने भारतीय वन्यजीव संरक्षण और पुनर्वास की दिशा में एक सशक्त उदाहरण पेश किया है। अब तेलंगाना द्वारा उसी आदर्श को अपनाते हुए 1000 एकड़ का चिड़ियाघर और 200 एकड़ का नेचर वेलनेस सेंटर विकसित किया जाना, निस्संदेह राज्य को पर्यटन, पर्यावरण संरक्षण और स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में नई ऊँचाइयों पर ले जाएगा। आने वाले वर्षों में ये दोनों परियोजनाएँ—वन्यजीव प्रेमियों, पर्यटकों और स्वास्थ्य-साधकों—सभी के लिए आकर्षण का केंद्र बनेंगी, साथ ही क्षेत्रीय विकास की रफ्तार भी तेज़ करेंगी।