उज्जैन में बनने जा रहा है भव्य चिड़ियाघर, वनतारा से आएंगे चीते और अन्य वन्यजीव visit Vantara Rescue Center

🗓️ Published on: July 9, 2025 4:13 pm
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मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में वन्यजीव प्रेमियों के लिए जल्द ही एक बड़ा तोहफा मिलने वाला है। यहां 300 करोड़ रुपये की लागत से एक अत्याधुनिक चिड़ियाघर-सह-सफारी पार्क बनाया जाएगा, जिसमें पर्यटक जल्द ही चीते को भी देख सकेंगे। इस परियोजना को खास बनाने के लिए गुजरात के जामनगर स्थित विश्वप्रसिद्ध वनतारा रेस्क्यू सेंटर से चीते और अन्य दुर्लभ वन्यजीव लाने की योजना बनाई गई है।

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वनतारा से मिलेगा सहयोग

राज्य सरकार ने इस परियोजना को लेकर पूरी तरह से गंभीरता दिखाई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव स्वयं हाल ही में जामनगर स्थित वनतारा रेस्क्यू सेंटर का दौरा कर चुके हैं। उन्होंने वहां की आधुनिक सुविधाओं और वन्यजीव प्रबंधन को नजदीक से देखा और उसकी सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि वनतारा जैसा मॉडल मध्य प्रदेश में भी विकसित किया जाना चाहिए। यही कारण है कि visit Vantara Rescue Center अब मध्य प्रदेश के वन विभाग की प्राथमिकताओं में शामिल हो गया है।

वनतारा सेंटर में इस समय 48 से अधिक चीते हैं, जिन्हें दुबई और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों से लाया गया है। यह सेंटर न केवल घायल और बेसहारा वन्यजीवों का पुनर्वास करता है, बल्कि विलुप्त होती प्रजातियों के संरक्षण में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है।

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11 से 13 जुलाई तक होगा अध्ययन

मध्य प्रदेश सरकार का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल 11 जुलाई से 13 जुलाई तक वनतारा सेंटर का भ्रमण करेगा। इस दल में वन विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री अशोक वर्णवाल, प्रमुख मुख्य वन संरक्षक श्री असीम श्रीवास्तव, मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक श्री सुभरंजन सेन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। इस दौरान वे वनतारा की देखरेख व्यवस्था, खानपान, प्रजातियों के अनुकूल माहौल, सुरक्षा मानकों और पशु चिकित्सा सेवाओं का गहन अध्ययन करेंगे।

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वनतारा की प्रेरणा से उज्जैन में बसा नया सपना

उज्जैन में बनने वाला चिड़ियाघर केवल एक पर्यटन स्थल नहीं होगा, बल्कि यह वन्यजीव संरक्षण, शिक्षा और अनुसंधान का केंद्र भी बनेगा। परियोजना की विस्तृत योजना रिपोर्ट (DPR) के अनुसार, इस पार्क को 80 हेक्टेयर क्षेत्र में विकसित किया जाएगा। इसमें न केवल चीते, बल्कि बाघ, सफेद बाघ, तेंदुआ, शेर, जैसे बड़े मांसाहारी जानवरों के लिए 47 अलग-अलग बाड़े बनाए जाएंगे।

इसके अलावा, छोटे मांसाहारी प्राणी, शाकाहारी वन्यजीव, विभिन्न पक्षी प्रजातियां, प्राइमेट (बंदर आदि), सरीसृप, तितली डोम, मछलीघर, एक अत्याधुनिक पशु चिकित्सा अस्पताल और एक वन्यजीव बचाव केंद्र की भी योजना है। इस पूरे प्रस्ताव को भारत सरकार के समक्ष प्रस्तुत किया जा चुका है और शीघ्र ही स्वीकृति की उम्मीद है।

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वाइल्डलाइफ टूरिज्म को मिलेगा नया आयाम

उज्जैन का यह नया चिड़ियाघर राज्य में वाइल्डलाइफ टूरिज्म को नई ऊंचाई देगा। अब तक मध्य प्रदेश में केवल पालपुर कूनो राष्ट्रीय उद्यान और गांधीसागर अभयारण्य ही ऐसे स्थान रहे हैं जहां चीते को देखा जा सकता है। लेकिन इस परियोजना के पूरा होने पर उज्जैन भी देशभर के पर्यटकों और वन्यजीव प्रेमियों के आकर्षण का केंद्र बन जाएगा।

वन विभाग के अनुसार, अगर वनतारा से चीते और अन्य वन्यजीव सफलतापूर्वक लाए जाते हैं, तो मध्य प्रदेश देश के अग्रणी वन्यजीव पर्यटन स्थलों में गिना जाएगा।

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वनतारा क्यों है खास?

visit Vantara Rescue Center सिर्फ एक भ्रमण नहीं, बल्कि एक शैक्षणिक और प्रेरणादायक अनुभव है। यह सेंटर वन्यजीवों की देखभाल, पुनर्वास और संरक्षण के लिए पूरे भारत में मिसाल बन चुका है। यहाँ वन्यजीवों को प्राकृतिक माहौल में रखा जाता है, उनकी सेहत की निगरानी की जाती है और जरूरत पड़ने पर वैज्ञानिक तरीके से इलाज किया जाता है। यही वजह है कि अब अन्य राज्य भी वनतारा के मॉडल को अपनाना चाह रहे हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वनतारा में हाथी संरक्षण, मानव-वन्यजीव द्वंद्व प्रबंधन, और विलुप्त प्रजातियों के संरक्षण की योजनाओं को देखकर मध्य प्रदेश में इसी तरह के माडल की जरूरत को रेखांकित किया।

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प्रारंभिक बजट स्वीकृत

इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए राज्य सरकार ने 25 करोड़ रुपये की प्रारंभिक राशि मंजूर कर दी है। शेष राशि केंद्र सरकार और निजी भागीदारी के माध्यम से जुटाई जाएगी। सरकार चाहती है कि इस चिड़ियाघर का निर्माण कार्य यथाशीघ्र प्रारंभ किया जाए ताकि प्रदेश में वन्यजीव पर्यटन और जागरूकता को एक नई दिशा मिल सके।

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निष्कर्ष

उज्जैन में बनने वाला यह चिड़ियाघर मध्य प्रदेश की एक नई पहचान बनेगा। यहां आने वाले पर्यटक वन्यजीवों को न केवल देख सकेंगे, बल्कि उनके संरक्षण और देखरेख के तरीकों को भी समझ सकेंगे। और इस सबका श्रेय जाता है वनतारा जैसे प्रेरणास्त्रोत केंद्र को, जिसकी वजह से मध्य प्रदेश अब एक और वन्यजीव केंद्र की दिशा में आगे बढ़ रहा है। अगर आप वन्यजीवों से प्रेम करते हैं तो एक बार visit Vantara Rescue Center ज़रूर करें — यह आपको प्रकृति से जोड़ने का अनूठा अनुभव देगा।